अब जागो……जागो रे जागो वनवासी
अब जागो…..जागो भारतवासी ।। धृ.।।
सरल सहज अपना जीवन है,
निर्मल जल सम अपना मन है,
किन्तु सजगता रखना ही तो (2)
समय का है संदेश………………।। 1।।
अब जागो……जागो रे जागो वनवासी
धर्म हमारे जीवन में है,
श्रद्धापूर्वक अड़ीग रखें है,
विधर्मी चाहे कितना कहते ? (2)
कैसे बदले भाई……………………..।। 2।।
अब जागो……जागो रे जागो वनवासी
पुरखों ने हमें मार्ग दिखाया,
ये जीवन ज़ीना सिखलाया,
ईश्वर देख रहा है सबकेा, (2)
कैसे जियें हम भाई…………………।। 3।।
अब जागो……जागो रे जागो वनवासी